Wednesday, 5 July 2017
एक दू
एक दुजे के लिंए
तू ना होना जुदा मुझसे सनम
*जीयेगे एक दुजे के लिंए हमदम*
ऋत है प्यार की, इकरार की
ईजहार की, ईंतजार की
ले ली कसम तेरी मैने सनम
*जीयेगे एक दुजे के लिंए हमदम*
जिंदगी मे हो कितनी ही मुश्किले चाहे गम हो गहेरे
संमदर की गहिराईयो से
झुलसते रेगिस्तान से
बदमस्त बेहती धारा से
ले ली कसम तेरी मैने सनम
*जीयेगे एक दुजे के लिंए हमदम*
आये चाहे तुफान या
हो कोई भवर मजधार मे
न छोडना हाथ मेरा
तुम ही मेरे साजना
तुम ही सारा जहाॅ
तुम से बसती जिंदगी
तुम से बहती सांस मेरी
ले ली कसम तेरी मैने सनम
*जीयेगे एक दुजे के लिंए हमदम*
..........सुरजकुमारी गोस्वामी हैद्राबाद
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